बैंगलोर। पाकिस्तानी
विदेश मंत्री हिना रब्बानी और राष्ट्रपति जरदारी के साहबजादे बिलावल भुट्टो की लवस्टोरी
किसी ट्रैजिक नॉवेल से कम नहीं। उपन्यास के हर पन्ने पर जिस तरह से किरदारों का ताना-बाना
बुना जाता है उसी तरह से हिना-बिलावल का यह अफसाना हर पल एक नई कहानी कहता है। इस प्रेम
कहानी में दर्द है, धोखा है और बहुत सारा प्यार है। नावेल और लस्टोरी फिल्मों की तरह
यहां भी खलनायक हैं जो नायक-नायिकाओं को मिलने नहीं दे रहे हैं।
बिलावल के प्रेम में गिरफ्तार हिना को अपने पहले प्यार यानी उनके
पति फिरोज गुलजार से धोखा मिला जिसके कारण वो अपने पति से दोबारा दिल नहीं लगा पायी।
चोट खायी हिना को बिलावल से हमदर्दी और साथ मिला जिसके चलते बिलावल धीरे-धीरे हिना
के दिल में घर कर गये और हिना की वो जगह जो पति फिरोज के धोखे से खाली हो चुकी वो भर
गयी।
बिलवाल पर भरोसा वो इसलिए कर सकती हैं क्योंकि हिना के बारे में
बिलावल को सब कुछ पता था, हिना को लगने लगा कि केवल शारीरिक आकर्षण के कारण हिना बिलावल
को पसंद नहीं है।
धीरे-धीरे इश्क परवान चढ़ा तो कहानी में खलनायक बन गये बिलावल के
अब्बाजान राष्ट्रपति जरदारी जिन्होंने बिलावल को हिना से दूर रहने को कहा है उन्हें
डर है कि बिलावल का हिना से शादी करना बिलावल के राजनैतिक करियर के लिए बढ़िया नहीं
होगा। इसलिए वो बार-बार अपने बेटे को दो बच्चों की मां से दूर रहने के लिए कह रहे हैं।
आपको बता दें कि हिना उम्र में बिलवाल से 11 साल बड़ी है। हिना-बिलावल के इश्क की दास्तां
को उजागर किया है