पिता: ( बेटे से ) - देखों बेटे , जुआ नहीं खेलते | यह ऐसी आदत हैं कि यदि इसमें आज जीतोगे तो कल हारोगे ,
परसों जीतोगे तो उससे अगले दिन हार जाओगे |
बेटा: बस , पिताजी ! मैं समझ गया , आगे से मैं एक दिन छौड़कर खेला करूंगा |
दो महिलाएं कुछ समय
बाद
मिलीं तो एक ने पूछा: बहन आपने राजू बेटे का उंगली चूसना कैसे छुडाया ?
दूसरी महिला- कुछ खास नहीं उसकी नेकर ढीली सिल दी हैं , वह उसे ही पकडे रहता हैं |
प्रेमी ने अपनी प्रेमिका से पूछा: डियर ! मैं तुम्हारे पिताजी से शादी की बात किस समय करूं ?
प्रेमिका ने कहा: जब कभी मेरे पिताजी के पैर में जूते न हों |
प्रेमिका ने कहा: जब कभी मेरे पिताजी के पैर में जूते न हों |
माँ बेटे से: बेटा सेब खालो
बेटा बोलता है: ना
माँ फिर बोलती है: बेटा, केला खालो
बेटा बोलता है:
नही
माँ (गुस्से मे) - तु , अपने बाप पर गया है, चप्पल ही खायेगा